बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है..
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।।
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है
पर सच कहता हूँ मुझमे कोई फरेब नहीं है
♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक
मुद्दत से मैंने
न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!.
♥♥♥♥
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
जीवन की भाग-दौड़ में -
क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है ?
हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है..
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम
और
आज कई बार
बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है..
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
लोग कहते है हम मुस्कुराते बहुत है,
और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते..
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है..
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।।
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है
पर सच कहता हूँ मुझमे कोई फरेब नहीं है
♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक
मुद्दत से मैंने
न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!.
♥♥♥♥
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
जीवन की भाग-दौड़ में -
क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है ?
हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है..
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम
और
आज कई बार
बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है..
♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥♥♥♥♥♥♥♥
लोग कहते है हम मुस्कुराते बहुत है,
और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते..